#Raksha_bandhan
#Dowry
#Stop
#mental_herresment
#fight
#lession
I watched the movie. #Raksha Bandhan. It is a very meaningful movie. I suggest everyone should watch this movie with their parents.
कहानी...
ये कहानी है चांदनी चौक में रहने वाले अक्षय कुमार यानि लाल केदारनाथ चाट की दुकान चलाते हैं. केदारनाथ की चार बहने हैं और उसे चिंता है उनकी शादी की और शादी में देने वाले दहेज की. इन शादियों के लिए केदारनाथ क्या-क्या करता है. इसी कहानी को आनंद राय ने बड़े सिंपल तरीके से दिखाया है. कहानी इतनी सिंपल है कि आपको लगेगा ये तो बहुत बार सुनी है लेकिन इसे जिस तरह से कहा गया है वो दिल को छू लेता है और आंखों में आंसू छोड़ जाता है.
On the day of Raksha Bandhan, his sister committed suicide because her In-laws wanted the refrigerator as a gift and they threaten her to either tell for the fridge or don’t go to her brother’s home. She decided to commit suicide because his brother almost gave her in-laws 18000000 as a dowry. At end of the movie, we can see that another three sisters get married without dowry and she also achieves good posts for their earnings.0
It is a naked reality of our society on the of the gift we are giving dowry,
किसी ने सच ही कहा है
औरतें बिकी तो वो तवायफ हुई
और मर्द बीके तो दूल्हे।